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छतरपुर। बीती रात क्षेत्र में तेज आंधी के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से तबाही का मंजर आज बुधवार को खेतों में दिखाई दिया। बीती देर रात अचानक क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे वह भी 400 से 500 ग्राम वजन के, क्षेत्र में भीषण ओलावृष्टि के कारण कच्चे मकानों की खपरैल चूर चूर हो गए यहां तक कि सैकड़ों की तादाद में ओले मकानों के अंदर छप्पर फाड़ कर घुस गए बारिश और ओलावृष्टि से बचने के लिए ग्रामीण दीवारों के किनारे छुपी नजर आए इसके अलावा खेत में लगी विभिन्न तरह की सब्जी पूरी तरह नष्ट हो गई। जनपद क्षेत्र के ग्राम वनपुरा, रामपुर खरका ढिलापुर देरी धोरी सहित दर्जनों ग्रामों में आंधी तूफान एवं ओलावृष्टि ने तबाही ला दी है। ग्राम वन पुरा की बात की जाए तो यहां पर तेज आंधी के कारण बीएसएनल का टावर जमींदोज हो गया हालांकि इस हादसे में जनहानि नहीं हुई है लेकिन एक मकान की दीवार पूरी तरह ध्वस्त हो गई है इसके अलावा पटवारी द्वारा किए गए सर्वे में 84 मकान जो कि छप्पर दार थे उनके खप्पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं वहीं क्षेत्र के खेतों की बात की जाए तो यहां पर लगी सब्जियां पूरी तरह नष्ट हो जाने के कारण किसान बर्बादी की कगार पर आ गए हैं। ग्राम वनपुरा के किसानों ने शासन से मुआवजा दिए जाने की मांग की है। आंधी एवं ओलावृष्टि से हुई तबाही की सूचना के बाद क्षेत्रीय विधायक आलोक चतुर्वेदी द्वारा भी क्षेत्र का भ्रमण किया गया इस दौरान बे ग्राम वनपुरा पहुंचे क्या पर उन्होंने प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेते हुए क्षेत्रवासियों को मुआवजा दिलाने सहित हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
आंधी और ओलावृष्टि से खेतों में दिखा अन्नदाताओं की तबाही का मंजर