जनपद सीईओ मजहर अली भूमिका संदिग्ध
समाजसेवी नेहा सिंह के आवेदन को फेंका गया रद्दी की टोकरी में, पीड़ित बुजुर्ग किसान शोषण का शिकार
छतरपुर। समूचा देश इन दिनों वैश्विक कोरोनावायरस महामारी से जूझ रहा है ऐसे में ग्रामों में जो बाहरी मजदूर आए हैं और जो गांव में रह रहे हैं उन्हें रोजगार देने के लिए सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिया गया है लेकिन इस पैकेज का छतरपुर जनपद अंतर्गत दुरुपयोग किया जा रहा है इसके अलावा शासन की अन्य योजनाओं को भी पलीता लगाया जा रहा है जिसकी बानगी जिला मुख्यालय की नजदीकी ग्राम पंचायत कलानी में देखने को मिलती है यहां पर सरपंच सचिव ने आपसी मिलीभगत और जनपद सीईओ मजहर अली का संरक्षण पाकर भ्रष्टाचार के कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।
ताजा मामला सामने आया है जिसमें एक बुजुर्ग महिला के नाम पर खेत तालाब योजना बात कराई जाती है और फिर उस योजना की राशि निकालकर खुद हड़प जाते हैं। वृद्ध किसान मंगू कुशवाहा ने बताया कि 1 साल पहले सरपंच द्वारा उनकी पत्नी के नाम पर खेत तालाब योजना स्वीकृत कराई गई थी लेकिन आज तक ना तो तालाब बना है और ना ही उसे कोई राशि मिली है सचिव से पूछने पर उसने बताया कि कोई राशि नहीं मिली है जबकि सरपंच उक्त राशि डकार चुका है। इस संबंध मेंं समाजसेवी नेहा सिंह द्वारा सीईओ मजहर अली को शिकायती ज्ञापन सौंपते हुए कुछ योजनाओं की जांच कराए जाने की मांग की गई थी लेकिन 1 माह बीतने के बाद भी मजहर अली द्वारा इस मामले में दिलचस्पी नहीं ली जा रही है । नेहा सिंह ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी मजहर अली पर खुद भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाते हुए कहा है कि वे सरपंचों के साथ मिलकर शासन की योजनाओं मैं भ्रष्टाचार कर रहे हैं जिसकी शिकायत जिला पंचायत सीईओ सहित प्रदेश स्तर पर की जाएगी।