बाली उम्र में प्यार का ऐसा जुनून कि घर जाने को तैयार नहीं लड़की


_परिजनों ने पुलिस पर सहयोग न करने के आरोप लगाते हुए एसपी से लगाई न्याय की गुहार


छतरपुर। शहर की सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम लालोनी में एक ऐसा मामला देखने को मिला है जिसे देखकर सब अचंभित हैं, यहां की रहने वाली एक नाबालिग लड़की को प्रेम का ऐसा जुनून सवार हो गया है कि अब वह अपने उस घर जाने के लिए तैयार नहीं है जहां छोटे से लेकर अब तक उसका भरण पोषण हुआ है और स्नेह मिला है। नाबालिक लड़की के भागने के मामले में थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा आरोपी युवक के खिलाफ धारा 363 का मामला तो दर्ज कर लिया गया है लेकिन लड़की के डर से आप होने के बाद मेडिकल ना होने के कारण परिजन पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं है और उनके द्वारा पुलिस के ऊपर सहयोग न करने के आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन देकर मामले की निष्पक्ष जांच कराते इस मामले में मेडिकल कराने के साथ आरोपी युवक के खिलाफ अन्य धाराएं भी लगाए जाने की मांग की है। *क्या है मामला* जानकारी के मुताबिक विगत 7 सितंबर की दोपहर ग्राम ललौनी निवासी नाबालिक लड़की अपने प्रेमी हरिचरण अहिरवार निवासी पनागर के साथ भाग गई थी जिसके बाद परिजन सिविल लाइन थाने पहुंचे और उनके द्वारा वाह मुश्किल मामला दर्ज कराया जा सका हालांकि इस प्रकरण में सिविल लाइन थाना पुलिस द्वारा धारा 363 का मामला दर्ज कर लिया गया लेकिन अब तक पुलिस द्वारा दस्तयाब हुई नाबालिक लड़की का मेडिकल नहीं कराया गया है। *पुलिस अधीक्षक से की शिकायत* नाबालिग लड़की को भगा ले जाने के मामले में पीड़ित परिवार जब थाना पुलिस से असंतुष्ट हो गया तो न्याय की गुहार लेकर पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के पास पहुंचा और अपनी आपबीती सुनाते हुए कार्यवाही की मांग की जिस पर पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही का आश्वासन दिलाते हुए पीड़ित परिवार को बताया कि मामले में जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी लेकिन लड़की कोर्ट में क्या ध्यान देती है उसके आधार पर ही पुलिस द्वारा आगे मामले को बढ़ाया जाएगा। इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा द्वारा तत्काल थाना सिविल लाइन पुलिस से भी बात की गई और मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण की जांच करने के आदेश जारी किए गए हैं। *परिजनों ने पुलिस पर लगाए सहयोग ना करने के आरोप* नाबालिक लड़की के परिजनों द्वारा थाना सिविल लाइन पुलिस पर इस मामले में लड़की पक्ष की ना सुनते हुए लड़का पक्ष का समर्थन करने के आरोप लगाए हैं लड़की की मां का कहना है कि मंगलवार की सुबह से ही थाने में पदस्थ पुलिस द्वारा उनके ऊपर तरह-तरह के आरोप लगाते हुए दबाव डाला जा रहा है और जबरन हस्ताक्षर करवाने के प्रयास भी किए गए हालांकि उनके द्वारा ऐसे कोई हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं लेकिन नाबालिक लड़की की मां का कहना है कि जहां एक और शासन प्रशासन लड़कियों के उज्जवल भविष्य के लिए तमाम योजनाएं चला रहा है वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा अपने स्वार्थ के लिए एक लड़की की जिंदगी बर्बाद करने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। *घर जाने को तैयार नहीं लड़की* इस पूरे मामले में सबसे गंभीर समस्या दस्तयाब हुई लड़की का अपने घर ना जाना है हालांकि पुलिस के साथ-साथ समाजसेवियों द्वारा भी नाबालिग लड़की को समझाया गया जिसके चलते वह रात में तो अपने घर चली गई लेकिन सुबह थाने आने बाद वह फिर बिफर गई उधर अपनी इज्जत को देखते हुए पीड़ित लड़की के परिजनों में शामिल पुरुष वर्ग थाने से गुस्सा हो कर चला गया जो महिलाएं साथ थी उनके द्वारा काफी प्रयास किए गए ना मानने पर उन्होंने थाना पुलिस के सामने कह दिया है कि पुत्री को महिला आश्रय गृह भेज दो जब वह मानसिक रूप से सही हो जाएगी तब हम उसको वापस अपने घर ले जाएंगे।