या इलाही ये माजरा क्या है महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की दवा क्या है


यूपी ही नहीं एमपी मैं भी महिला शोषण और उत्पीड़न के मामलों में हो रहा बेतहाशा इजाफा


कुसमा गांव में ससुरालियों ने महिला को जिंदा जलाया, पुलिस प्रशासन मौन


छतरपुर। सनातन धर्म में महिलाओं को देवी का रूप कहा गया है और देवी पूजनीय होती हैं लेकिन इन दिनों देश कहां जा रहा है यह देशवासी समझने में नाकाम साबित हो रहे हैं। बात अपने मध्य प्रदेश और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की की जाए तो रोजाना दर्जनों की तादाद में महिला शोषण और उत्पीड़न के मामले प्रकाश में आ रहे हैं, जिनमें ऐसे दरिंदगी भरे मामले भी शामिल हैं जिनमें महिलाओं को पहले हवस का शिकार बनाया जाता है और उसके बाद उन्हें निर्दयता पूर्वक मौत के घाट उतार दिया जाता है, रोंगटे तो तब खड़े हो जाते हैं जब सही तरीके से मात-पिता ना बोल पाने वाली मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी हो जाती है हालांकि कानून सख्त है लेकिन संविधान में लागू यह कानून धरातल पर मूर्त रूप नहीं ले पा रहे हैं यही कारण है कि वर्तमान परिवेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और वे एक के बाद एक आपराधिक निंदनीय हृदय विदारक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। बात हाथरस की बेटी मनीषा की की जाए तो उसके साथ जो दरिंदगी हुई उससे पूरा देश दुखी है लेकिन यूपी में मौत के बाद से जो राज दबाने के लिए चक्रव्यूह रचा गया है उस से समूचा देश शर्मिंदा है की एक बेटी के साथ बलात्कार होता है बेरहमी से पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी जाती है और कानून आरोपियों को पकड़ने की जगह राज दफन करने में लगा हुआ है आखिर क्यों यह सवाल आज हर देशवासी के जेहन में उथल-पुथल मचा रहा है। मध्य प्रदेश की बात की जाए तो महिला शोषण और उत्पीड़न के मामलों में यह भी कम नहीं है हाल ही में जबलपुर धार में बलात्कार के मामले सामने आ चुके हैं जबलपुर में तो मासूम 2 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। छतरपुर जिले में कुछेक ऐसे मामले हैं जिन्हें भूल पाना मुश्किल है और यह मामले महिला शोषण और उत्पीड़न से जुड़े हुए हैं जिनमें पुलिस की कार्यप्रणाली पर उनके परिजन लगातार प्रश्न चिन्ह लगाए हुए हैं। मामला 1: वनगांय में मासूम से दुष्कर्म कर लाश कुएं में फेंकी विस्तृत : यह घटना 28 मई को नौगांव थाना क्षेत्र के ग्राम वनगांय मैं हुई, इस गांव में एक युवक द्वारा 4 वर्षीय मासूम बच्ची को पहले दुष्कर्म का शिकार बनाया गया और उसके बाद बेरहमी से मौत के घाट उतारते हुए गांव के ही एक कुएं में फेंक दिया। मासूम के लापता होने के बाद परिजनों द्वारा थाने में शिकायत की गई और खुद भी तलाश की गई आखिरकार मासूम बच्ची मिल गई लेकिन शव देखने लायक नहीं था उस समय के तत्कालीन थाना प्रभारी बैजनाथ शर्मा को मामले से अवगत कराया गया लेकिन उन्होंने रुचि नहीं ली हालाकी कुशवाहा समाज की बच्ची के साथ जो घटना घटी उसके बाद समाज एवं गांव के लोग एकत्रित हो गए और ऐसा हंगामा हुआ कि आईजी साहब को गांव आना पड़ा लाजमी है कि आईजी साहब आएंगे तो उनके निचले स्तर के अधिकारियों का आना तो होगा ही जिसके बाद थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया जो कि वर्तमान में बल्देवगढ़ थाना के प्रभारी हैं। इस पूरे मामले में आरोपी का खुलासा हुआ और वह गिरफ्तार भी हुआ वर्तमान में आरोपी जेल में है लेकिन जो मांग की गई थी कि कोर्ट सुनवाई ना करते हुए पहली ही सुनवाई में आरोपी को फांसी की सजा दे यह नहीं हो सका नतीजतन केस कोर्ट में चल रहा है और परिवार जन अब उम्मीद खोते जा रहे हैं कि शायद ही उनकी मासूम बेटी की बेदर्दी से हत्या करने वाले आरोपी को कभी सजा मिल पाएगी कि नहीं। मामला 2 : महिला को ससुराल वालों ने जिंदा जलाया, नहीं हुई कार्यवाही विस्तृत: यह मामला महाराजपुर थाना के ग्राम कुसमा का है यहां पर अपूर्व राजा नामक महिला को उसके पति जीतेंद्र सिंह सहित ससुराल के अन्य सदस्यों द्वारा केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया गया। इस मामले में करीब 90% जल चुकी महिला की मां द्वारा महाराजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई और अपनी पुत्री को लेकर ग्वालियर गई जहां पर उपचार के बाद वापस घर ले आए और अब जिला अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा है उक्त महिला अपूर्व राजा जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है अगर उसके सांसों की डोरी टूटती है तो उसके मासूम दो बच्चों के सिर से मां का साया छिन जाएगा। पुलिस कार्यवाही से बचने के लिए कुछ दिनों तक तो महिला का पति जितेंद्र सिंह महिला के साथ रहा और इलाज में सहयोगी बना लेकिन विगत 1 सप्ताह से वह महिला को जिला अस्पताल में तड़पता हुआ छोड़कर भाग गया अब महिला की बुजुर्ग मां अपनी बेटी का इलाज भी करा रही है और उसके दो बच्चों का ख्याल भी रख रही है उधर डॉक्टरों द्वारा महिला की गंभीर हालत को देखते हुए मेडिकल कॉलेज ग्वालियर रेफर कर दिया गया है लेकिन महिला को ग्वालियर लेकर कौन जाए पति फरार है अब शेष महिला की बुजुर्ग मां है जो कि दो बच्चों को संभाल रही है ग्वालियर पुत्री का इलाज कराने के लिए ले जाना उसके लिए संभव नहीं है। महिला अपूर्व राजा की मां देवी राजा ने बताया कि उसकी पुत्री को जिंदा जला दिया गया लेकिन अभी तक महाराजपुर थाना पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है, पुलिस अधीक्षक सहित कलेक्टर को भी आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा चुकी है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है अब थक कर हार चुकी है और अपने भाग्य पर रो रही है बुजुर्ग मां में सिर्फ यह चाहती है कि उसकी बेटी का सही इलाज हो जाए और बेटी का यह हश्र करने वाले आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।